
मुब्रा के इस इलाके में करीब चार से पांच हज़ार बोहरा मुस्लिम रहते हैं, और ज्यादा तर लोग जमात की मनमानी के शिकार हुए हैं। लोग जमात के खिलाफ आवाज़ उठाने से डरते हैं क्योंकि जमात के पास जाति से बेदखल करने का अधिकार होता है। दाउदी बोहरा जमात की मनमानी का एक कारण ये भी है कि सैंट्रल जमात इस तरह की शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं देती। हम लोग इस सिलसिले में जब सेंट्रल जमात के पास गए तो सेंट्रल जमात ने मामला आपस में सुलझाने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ दिया।
बोहरा मुस्लिम जमात अपने अच्छे कामों के लिए मशहूर है लेकिन हमारी ये मुम्ब्रा जमात गरीबों का हक मार कर पूरी बोहरा जमात का नाम बदनाम कर रही है। कई सदस्यों के खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज हो चुके हैं। हम लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं। जमात के नुमांइदों के पास जाकर अगर अपने कागजात देखना चाहें को हमें इजाजत नहीं दी जाती। जमात की इस मनमानी को सहने के लिए हम मजबूर हैं। जिसका फायदा जमात के सदस्य उठा रहे हैं।
हालांकि, सेंट्रल जमात कहती है कि ये मामला ....
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